وأفادت وکالة الأنباء القرآنیة الدولیة (إکنا) أن هذه الترجمة تلفت النظر لأن من قام بها لم یکن قسّاً أو رجل دین کما جرت العادة إنما کان طبیباً.
وأساس ترجمة "يوهان لانغة" من القرآن الکریم هي ترجمة هولندیة أخری من القرآن الکریم وتمت الأخیرة علی أساس ترجمة أخری فرنسیة من القرآن الکریم لـ" أندريه دوريه".
وفی تقییم هذه الترجمة یمکن القول انها ترجمة غیر دقیقة لا یمکن تطبیقها مع النص العربی للقرآن کما أن کاتبها کان یهدف الی رفض الإسلام ورسوله (ص) وبالتالي فإنها ترجمة منحازة.
هذا ویذکر ان ترجمة "يوهان لانغة" للقرأن الکریم قد طبعت العام 1688للميلاد للمرة الأولی.