अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार एंजेंसी (IQNA) ने खबर «पाक ऑब्जर्वर»के अनुसार बताया कि पाकिस्तान राष्ट्रपति की पत्नी और समूहः पाकिस्तान की प्रथम महिला ने इस्लामाबाद अंतर्राष्ट्रीय इस्लामी विश्वविद्यालय में हिफ्ज़ एंव केराअत पाठ्यक्रम के समापन समारोह कुरान को समझने और शिक्षाओं का अभ्यास और उस पर अमल करने की आवश्यकता पर बल पर बल दिया।
"बेग़म महमुदा ममनुन हुसैन"ने कहा कि हिफ्ज़ एंव केराअते कुरान एक एसी नेअमत है जिसका कुरान और पैगंबर मुहम्मद (PBUH) की सीरत में ताकीद की ग़ई है।
उन्होंने इस्लामाबाद में इस्लामी विश्वविद्यालय के दारुल मोनीरा की पाकिस्तान और विदेशों में कुरआन शिक्षा के क्षेत्र में कई सेवाएं प्रदान कर के लिए धन्यवाद दिया।
"बेग़म महमुदा ममनुन हुसैन"ने कहा कि समुदाय में बीमारीयां समस्याएं कुरान और कुरान शिक्षण के माध्यम से हल की जा सकती हैं।
उन्होंने कहा कि मुस्लिम युवाओं को चाहिए कि कुरान की शिक्षाओं से सैर हों और इस्लाम का असली संदेश जो शांति है उस से अलग न हो।