अफगानिस्तान ज़माना रेडियो स्टेशन के अनुसार IQNA की रिपोर्ट, पिछली रात (5 जुलाई) को और ईशा की नमाज़ के दौरान "ख़ाके ग़रीबान"क्षेत्र में मोहम्मदिया मस्जिद में यह विस्फोट हुआ जो, गजनी सुरक्षा के पहले क्षेत्र में स्थित है।
इस घटना में, पूजा करने वालों की भीड़ के बीच एक बम फट गया।
किसी भी समूह ने अब तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, हालांकि, काबुल और हेरात के प्रांतों में शिया मस्जिदों को बार-बार आईएसआईएल के आत्मघाती बम हमलों को लक्षित किया है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्लाह मुजाहिद ने विस्फोट की निंदा करते हुए ट्विटर पर लिखा, “हम गजनी शहर के अलौकिक क्षेत्र में शिया मस्जिद में कल रात हुए असैन्य नागरिकों की मौतो और विस्फोटों की निंदा करते हैं और हम इसे मतभेद डालने के लिऐ दुश्मन के प्रयासों के रूप में देखते हैं।
गजनी प्रांत में शिया मस्जिद पर यह पहला आतंकवादी हमला है। अफ़गान संसद के एक सदस्य आरिफ़ अल-रहमानी ने कहा कि यह हमला प्रांत में सुरक्षा अधिकारियों के लिए एक चेतावनी है।
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