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पाकिस्तान उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष:

अमेरिकी दूतावास का तेल अवीव से क़ुद्स के लिए संचरण मुस्लिम दुनिया पर अत्याचार है

17:54 - January 17, 2017
समाचार आईडी: 3471118
इंटरनेशनल ग्रुप: पाकिस्तान उलेमा काउंसिल के अध्यक्ष, अमेरिकी दूतावास का तेल अवीव से क़ुद्स के लिए संचरण इस्लामी दुनिया का अपमान और तजावुज़ है और उन्होंने कहा कि "डोनाल्ड ट्रम्प" का यह निर्णय विश्व शांति लागू करने में खतरा है।

अमेरिकी दूतावास का तेल अवीव से क़ुद्स के लिए हस्तांतरण मुस्लिम दुनिया पर अत्याचार है

अंतरराष्ट्रीय कुरान समाचार एजेंसी (IQNA) अधिकारिक फिलीस्तीनी समाचार एजेंसी (वफा) के हवाले से, "हाफिज मोहम्मद ताहिर महमूद अशरफ़ी" पाकिस्तान उलेमा काउंसिल के चेयरमैन ने इस खबर मीडिया के साथ एक साक्षात्कार में तेल अवीव से यरूशलेम दूतावास हस्तांतरण करने के लिए "डोनाल्ड ट्रम्प", अमेरिका के राष्ट्रपति के निर्णय की दृढ़ता से आलोचना की और इस मुद्दे को पूरी इस्लामी दुनिया के लिए अपमान और तजावुज़ बताया।

उन्होंने यरूशलेम में फिलिस्तीनियों के अधिकारों का बचाव करते हुऐ यह भी कहाः दूतावास का तेलअवीव से यरूशलेम को हस्तांतरण, मूल्यों, सिद्धांतों और अंतरराष्ट्रीय संधियों का खुला उल्लंघन तथा फिलिस्तीनी और अरबी और इस्लामी देशों का अपमान है और अमेरिका की ओर से इस्लामी उम्मत अपने अधिकारों व मुक़द्दसात के खुले उल्लंघन के मुकाबिल चुप नहीं रहेगी।

हाफिज मोहम्मद ताहिर महमूद अशरफ़ी ने बोलते हुऐ चेतावनी दी: ट्रम्प का यह निर्णय, क्षेत्र को हिंसा और बिगड़ती सुरक्षा स्थिति की ओर ले जाऐगा और पाकिस्तान उलेमा काउंसिल ने इस संबंध में पाकिस्तान में अमेरिका के दूतावास, ओआईसी और संयुक्त राष्ट्र को अलग पत्र भेजकर, इस निर्णय के कार्यान्वयन को रोकने को कहा है।

याद रहे, "Kilian कॉनवे" पिछले साल दिसंबर में अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव जीतने वाले डोनाल्ड ट्रम्प के एक वरिष्ठ सलाहकार ने की घोषणा की, कि ट्रम्प व्हाइट हाउस में आने के बाद मक़्बूज़ा फिलिस्तीन में इस देश के दूतावास को तेल अवीव से यरूशलेम हस्तांतरण करने में पक्के हैं, और यह मुद्दा ट्रम्प की प्राथमिकताओं में से है।

ट्रम्प का यह निर्णय ऐसे समय में है कि कोई भी देश यहां तक कि यहूदी शासन के समर्थकों ने भी , यरूशलेम में दूतावास की स्थापना नहीं की है।

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