इंग्लैंड के मुस्लिम नेताओं की राष्ट्रीय परिषद बनाई गई
अंतर्राष्ट्रीय कुरान समाचार ऐजेंसी(IQNA) के लिए समाचार चैनल राशा तोदी (संक्षिप्त में आर टी)द्वार उद्धृत, अंग्रेजी मुसलमानों के लिए यह परिषद पहली धार्मिक संस्था है जो इस्लामी सिद्धांत के बारे में उसूलों को जारी करेगी और मुसलमानों के लिए सामाजिक मुद्दों से निपटने में आवाज के रूप में होगी।
यह परिषद स्पष्ट रूप से गैर-इस्लामवादी कृत्यों जैसे कि जबरन विवाह, लोगों की हत्या, आतंकवाद और .... आदि पर बात करेगी।
लीड्स में मक्का मस्जिद के इमाम क़ारी असम, ने कहा कि मुस्लिम समुदाय के इमामों के राष्ट्रीय परिषद के गठन की वजहों में आतंकवादी घटनाओं या इस्लामफ़ोब्या से निपटने के लिए एक आवाज़ का ना होना है जो मुस्लिम विचारों को समुदाय तक पंहुचाती।
उन्होंने कहा कि इसी तरह अन्य इस्लामी संस्थाऐं जैसे ब्रिटिश मुस्लिम काउंसिल और मस्जिदों और धार्मिक इमामों के राष्ट्रीय बोर्ड, केंद्रीय संस्थान और छोटे इस्लामी केंद्रों और समूहों के समन्वयक हैं और इस्लामी सिद्धांत और धार्मिक अध्यादेश और निर्देश जारी करने में कोई दृष्ट नहीं रखते हैं।